लेखनी प्रतियोगिता -27-Nov-2022 ताज होटल की कहानी
शीर्षक-ताज होटल की कहानी
देती हूं उनको श्रद्धांजलि,
जिन निर्दोषों ने अपनी गवाई जान
कभी ना भूलेगा ये भारत,
26-11 की ये कुर्बानी।
ताज होटल की थे कहानी,
करमवीर कांग ने बताई जुबानी,
साजिश की थी ताना बानी,
घुस गए थे आतंकवादी।
बेकसूरो को करते लहूलुहान,
बच्चे हो बड़े सभी को बनाया गोलियों का शिकार,
ऐसो को फांसी दो सरेआम,
पूरी दुनिया के सामने कर दो उनका सर कलम।
कितने बच्चे हुए अनाथ,
कितनों का उजड़ा सुहाग,
कितने कपल छोड़ गए संसार,
आतंकवादियों ने किया घिनोना अपराध।
कितने हुए परिवार बर्बाद,
300 लोग हुए थे घायल,
160 लोगों ने दी अपनी जान,
आतंकवादियों को मिली सजा सरेआम।
दर्दनाक थी वो रात,
बेगुनाहों ने दी अपनी जान,
आज भी मांगता है इंसाफ।
प्रियंका देती उनको श्रद्धांजलि आज,
26-11 में हुए जो लोग कुर्बान,
करती हूं दुआ मिले उनको इंसाफ।
करती हो रब से यही दुआ,
आतंकवाद का हो खात्मा,
जग में हो भाईचारा,
चारों तरफ हो सुख शांति की भावना।
लेखिका
प्रियंका भूतड़ा
Khan
28-Nov-2022 09:14 PM
Very nice 🌺💐
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Gunjan Kamal
28-Nov-2022 07:01 PM
शानदार प्रस्तुति 👌🙏🏻
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Muskan khan
28-Nov-2022 04:09 PM
Well done ✅
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